आज के समय में हर निवेशक की कोशिश होती है कि वो ऐसे स्टॉक्स में पैसा लगाए जिसमें कमाई के चांस हाई हों और रिस्क मिनिमम। क्रॉपस्टर एग्रो का नाम भी कुछ ऐसे ही स्टॉक्स में शामिल हो गया है जो फिलहाल स्टॉक मार्केट में एक धमाकेदार परफॉर्मेंस दे रहा है। लेकिन सवाल ये है कि क्या ये सच में निवेश करने लायक स्टॉक है? चलिए इसके बारे में थोड़ा डीटेल में एनालिसिस करते हैं, ताकि आपको भी ये समझ आए कि क्या ये आपके निवेश पोर्टफोलियो में ऐड करने लायक है या नहीं।

क्या है क्रॉपस्टर एग्रो के स्टॉक स्प्लिट और बोनस का गेम?
सबसे पहले, ये समझना ज़रूरी है कि क्रॉपस्टर एग्रो ने अभी अपने निवेशकों के लिए एक बड़ी गुड न्यूज़ अनाउंस की है। कंपनी ने कहा है कि वो अपने शेयर्स को स्प्लिट करने जा रहे हैं और साथ ही बोनस शेयर्स भी देने वाले हैं। ये क्या सीन है? बस ये समझिए कि अगर आपके पास एक शेयर है तो आपको दो एक्स्ट्रा बोनस शेयर्स मिलेंगे। और अगर आप अभी की करंट फेस वैल्यू जो ₹10 है पर होल्ड कर रहे हैं, तो ये ₹1 हो जाएगा स्प्लिट के बाद। इसका सिंपल मतलब ये है कि अगर आपने इन शेयर्स को होल्ड कर लिया 8 नवंबर, 2024 से पहले, तो आपको ये बेनीफिट्स मिलेंगे।
अब आप सोच रहे होंगे कि बोनस और स्टॉक स्प्लिट का फ़रक क्या पड़ता है? तो भाई, बोनस शेयर्स से आपके टोटल शेयर्स बढ़ जाएंगे बिना एक्स्ट्रा पैसे के, और स्टॉक स्प्लिट से शेयर प्राइस अफोर्डेबल हो जाता है। ये निवेशकों के लिए काफी अच्छा मूव होता है, क्योंकि स्प्लिट होने के बाद भी कंपनी के ओवरऑल फंडामेंटल्स पर कोई फ़रक नहीं पड़ता। बस शेयर प्राइस और फेस वैल्यू कम हो जाती है, जो नए निवेशकों के लिए एंट्री लेना थोड़ा आसान कर देती है।
शेयर प्राइस परफॉर्मेंस: क्या ये रॉकेट है जो बस ऊपर ही ऊपर जा रहा है?
अब बात करते हैं क्रॉपस्टर एग्रो के शेयर प्राइस की जो सच में कुछ इम्प्रेसिव गेंस दिखाता है। अगर एक महीने का ही परफॉर्मेंस देखा जाए, तो ये शेयर 32.16% ऊपर चला गया है। सोचो एक महीने में इतना रिटर्न? अब 6 महीने की बात करें तो ये इनक्रीज़ 69.66% हो गया है। लेकिन जो सबसे शॉक करने वाला डेटा है वो ये है कि एक साल में ही ये शेयर 336.17% से बढ़ गया है! और अगर आप इस स्टॉक में 5 साल से इन्वेस्टेड होते तो आपके रिटर्न्स 2,292% होते!
क्या इसका मतलब ये है कि ये स्टॉक अब भी ऊपर ही ऊपर जाएगा? ये सवाल काफी ट्रिकी है क्योंकि स्टॉक मार्केट में किसी भी स्टॉक का ऐसे ऊपर जाना हमेशा सस्टेनेबल नहीं होता। लेकिन क्रॉपस्टर एग्रो के केस में कुछ फंडामेंटल्स स्ट्रॉन्ग लगते हैं जो इसे सस्टेन करने में मदद कर सकते हैं।
फंडामेंटल्स – सही हैं या थोड़ा रिस्की?
चलिए अब इसके फंडामेंटल्स पर थोड़ा फोकस करते हैं। कंपनी का मार्केट कैप है ₹2,100 करोड़ और एंटरप्राइज वैल्यू भी लगभग इतनी ही है। मतलब, ये कंपनी अपने मार्केट कैप के बराबर ही एंटरप्राइज वैल्यू पर ट्रेड कर रही है जो अच्छी बात है। लेकिन पी/ई रेशियो देखते ही थोड़ा शॉक लग सकता है क्योंकि ये 155.75 है, जो कि बहुत हाई है। ये हाई पी/ई रेशियो ये बताता है कि कंपनी के करंट अर्निंग्स के हिसाब से स्टॉक काफी महंगा हो सकता है। हाई पी/ई का मतलब है कि निवेशक फ्यूचर ग्रोथ के काफी बड़े होप्स रखते हैं, लेकिन रिस्क भी ये होता है कि अगर वो ग्रोथ एक्सपेक्टेशंस मैच नहीं हुई, तो स्टॉक गिर सकता है।
प्रमोटर होल्डिंग ज़ीरो है, जो थोड़ा नेगेटिव लगता है क्योंकि इससे लगता है कि प्रमोटर्स का कंपनी में स्टेक लो है। लेकिन रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉएड (आरओसीई) काफी स्ट्रॉन्ग है – 61.90% और 38.28% क्रमशः। ये डेटा बताता है कि कंपनी अपनी कैपिटल का एफिशिएंटली इस्तेमाल कर रही है और शेयरहोल्डर्स के लिए वैल्यू क्रिएट कर रही है।
अब आए प्रॉफिट ग्रोथ पर – ये तो लगभग अनबिलीवेबल है – 9,217.31%! इतनी एक्सप्लोसिव प्रॉफिट ग्रोथ कोई छोटी बात नहीं है, और ये क्लियरली दिखा रहा है कि कंपनी के ऑपरेशंस में कुछ बहुत ही पॉजिटिव चेंजेस आए हैं। ये ग्रोथ अपने आप में इन्वेस्टर्स के इंटरेस्ट को बढ़ा देती है और इसका क्रेडिट कंपनी के मैनेजमेंट को भी जाता है जो इस तरह की प्रॉफिट एक्सपेंशन करने में सक्सेसफुल रहे हैं।
फाइनेंशियल हेल्थ – क्या कंपनी सिक्योर है?
अब अगर कंपनी के डेट और कैश पोजीशन पर देखें तो ये और भी इंटरेस्टिंग हो जाता है। डेट सिर्फ ₹0.01 करोड़ है और कैश है ₹0.22 करोड़, जो बहुत ही कम है। मतलब ये कंपनी लगभग डेट-फ्री है जो इसके स्टेबिलिटी को और बूस्ट करता है। डेट-फ्री होना किसी भी कंपनी के लिए बहुत बड़ा एडवांटेज होता है क्योंकि ऐसे में वो अपने प्रॉफिट्स को डायरेक्टली ग्रोथ में इन्वेस्ट कर सकती है या शेयरहोल्डर्स को रिटर्न दे सकती है।
लेकिन एक ड्रॉबैक ये है कि कंपनी का डिविडेंड यील्ड जीरो है। इसका मतलब ये है कि ये ग्रोथ ओरिएंटेड कंपनी है और अभी अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड्स नहीं दे रही। ये जरूरी नहीं कि नेगेटिव हो क्योंकि कई बार कंपनियाँ ग्रोथ फेज़ में डिविडेंड्स न देकर प्रॉफिट्स को बिज़नेस एक्सपैंड करने में इन्वेस्ट करना चाहती हैं।
| Cropster Share Price | |
|---|---|
| Current Price | ₹750 |
| Performance | |
| 1 Month | 32.16% |
| 6 Month | 69.66% |
| 1 Year | 336.17% |
| 5 Year | 2,292% |
| Company Fundamentals | |
| Market Cap | ₹ 2,100 Cr. |
| Enterprise Value | ₹ 2,099.79 Cr. |
| No. of Shares | 2.80 Cr. |
| P/E | 155.75 |
| P/B | 21.47 |
| Face Value | ₹ 10 |
| Div. Yield | 0 % |
| Book Value (TTM) | ₹ 34.94 |
| Cash | ₹ 0.22 Cr. |
| Debt | ₹ 0.01 Cr. |
| Promoter Holding | 0 % |
| EPS (TTM) | ₹ 4.82 |
| Sales Growth | 0% |
| ROE | 61.90 % |
| ROCE | 38.28% |
| Profit Growth | 9,217.31 % |
सेल्स ग्रोथ और रेवेन्यू की बात – क्या ये लगातार बढ़ रहा है?
एक और इंपोर्टेंट मेट्रिक है सेल्स ग्रोथ – जो कि क्रॉपस्टर एग्रो के केस में जीरो दिख रहा है। ये एक रेड फ्लैग हो सकता है क्योंकि कंपनी के लिए लगातार सेल्स ग्रोथ दिखाना बहुत जरूरी होता है। अगर कंपनी का रेवेन्यू नहीं बढ़ रहा, तो लॉन्ग-टर्म सस्टेनेबिलिटी में दिक्कत आ सकती है। लेकिन कभी-कभी अर्ली ग्रोथ फेज़ में कंपनियाँ अपने प्रॉफिट्स को मैक्सिमाइज करने के चक्कर में रेवेन्यू को कंप्रेस भी करती हैं। शायद यही कारण है कि इस कंपनी का सेल्स ग्रोथ जीरो है, लेकिन प्रॉफिट ग्रोथ ट्रीमंडस है।
स्टॉक खरीदने का समय है या नहीं?
अब असली सवाल ये है कि क्या क्रॉपस्टर एग्रो के शेयर्स खरीदना चाहिए? देखा जाए तो कंपनी के फाइनेंशियल्स और रिसेंट परफॉर्मेंस सॉलिड लगते हैं, लेकिन कुछ रिस्क फैक्टर्स भी हैं जैसे हाई पी/ई रेशियो और जीरो प्रमोटर होल्डिंग। लेकिन जो कंपनी का परफॉर्मेंस और स्टॉक स्प्लिट का टाइमिंग है, उसके बेसिस पर ये स्टॉक काफी इन्वेस्टर्स के रडार पर आ चुका है।
अगर आप रिस्क-टेकिंग इन्वेस्टर हैं और आपको शॉर्ट-टर्म में ग्रोथ का चांस लेना है, तो ये स्टॉक स्प्लिट और बोनस का मौका एक अट्रैक्टिव एंट्री पॉइंट हो सकता है। लेकिन अगर आप कंजरवेटिव इन्वेस्टर हैं जो कि डिविडेंड इनकम या स्टेडी ग्रोथ को प्रेफर करते हैं, तो ये स्टॉक अभी एक्सपेंसिव लग सकता है और आपको शायद कुछ वेट करना पड़े। ये कंपनी अपने एग्रेसिव ग्रोथ के लिए जानी जा रही है और प्रॉफिट नंबर्स इसका सबूत हैं। लेकिन याद रखें, स्टॉक मार्केट में हमेशा कैल्क्युलेटेड रिस्क लेना जरूरी है, और ये समझना भी कि कोई भी हाई-ग्रोथ स्टॉक शॉर्ट टर्म में करेक्शन भी दे सकता है।
सारांश में, क्रॉपस्टर एग्रो एक ऐसा स्टॉक है जो अभी शानदार रिटर्न्स दे रहा है और इसने नए इन्वेस्टर्स का इंटरेस्ट भी खूब बनाया है। स्टॉक स्प्लिट और बोनस का मौका इसी बात को और भी अट्रैक्टिव बनाता है। लेकिन हाई वैल्यूएशन और कुछ रिस्क फैक्टर्स को भी इग्नोर नहीं किया जा सकता। अगर आपको लगता है कि ये कंपनी अपने ग्रोथ जर्नी को ऐसे ही मेंटेन कर सकती है, तो ये आपके पोर्टफोलियो में एक बोल्ड इन्वेस्टमेंट बन सकता है। लेकिन अगर आप थोड़ा कॉशस हैं, तो ये स्टॉक पहले एनालाइज़ करके फिर इन्वेस्ट करने लायक है।
इन्वेस्टमेंट एक जर्नी है, और हर डिसिजन को थोड़ा सोच-समझ के लेना होता है। इसीलिए क्रॉपस्टर एग्रो का ये इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्यूनिटी आपको अट्रैक्टिव लगता है या नहीं, ये आपके रिस्क एपेटाइट पर डिपेंड करता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सभी जानकारियां केवल जानकारी के उद्देश्य से दी गई हैं और इन्हें निवेश या फाइनेंशियल एडवाइस के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइसर से परामर्श लें और खुद की रिसर्च करें। वेबसाइट और लेखक किसी भी प्रकार की Financial loss, profit या अन्य किसी भी प्रकार की क्षति के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।